ब्यूरो रिपोर्ट: नौगावां सादात
पिछले दिनों जहाँ उत्तर प्रदेश के जिला अमरोहा के तहसील नौगावां सादात में एक दुकान पर लगे साइन बोर्ड पर लिखे गौतम नगर और इस्लाम नगर के नाम पर एवं “1500 दलित दहशत में”के नाम से जो राजनीति चमकाने के लिए कुछ असामाजिक तत्वों ने जिस प्रकार से शहर नौगावा सादात में माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई थी। वही पर देश में अमन और सद्भावना का मिलाप दिखने को मिला ।
जी हाँ पवित्र शहर हरिद्वार से (121.8 km) स्तिथित जिला अमरोहा के तहसील नौगावां सादात में “हुसैनी सोसाइटी फरोग ऐ इंसानियत” ने महाशिवरात्रि के पवित्र त्यौहार के मोके पर “कावड यात्रियों” के के फ्री मेडिकल केम्प लगा कर “शिव भक्तो” का स्वागत किया एवं भाईचारा एवं सद्भावना का संदेश दिया गया। याद रहें 13Feb 2018 को देश में महाशिवरात्रि का पवित्र त्यौहार है जिसमें लाखों श्रदलों पेडल कावड यात्रा करते हैं। और जो भी पवित्र शहर हरिद्वार जाता है उसको नौगावा सादात से अवश्य गुज़रना पड़ता है।
गोरतलब बात यह है के नौगावां सादात भारत का पहला ऐसा शहर है जहाँ 93.69%- मुस्लिम एवं 6.00% -हिन्दू होने के बाद भी यहाँ पर एकता बनाये रखने के लिए ही रामलीला का आयोजन दशकों से किया जाता है, बीच बस्ती में एक पुराना मंदिर भी है, एवं एक धर्मशाला भी है। यहाँ पर सभी धर्म के लोग मिलकर रहते हैं किसी प्रकार का कोई मतभेद नहीं रहता है। इसी कदम आगे बढ़ाते हुए “हुसैनी सोसाइटी फरोग ऐ इंसानियत” ने भी कावड यात्रियों के लिए फ्री मेडिकल केम्प लगाकर मानवता का सन्देश दिया है।
इस मोके पर डॉ समर रज़ा,समाजसेवी जीशन अख्तर, अधिवक्ता तारिक रज़ा, समाजसेवी वसीम अब्बास, समाजसेवी ज़मीन अब्बास ,हसन अब्बास, शजर आदि मौजूद रहे ।